Poem by Rtn. Madhubala Nikam
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अब समय विदाई का नहीं,
नई मंजिल की ओर बढ़ने का है!!
रोटरी के अध्यक्षपद का कार्यकाल का है आखरी चरण
इस एक साल में बनाए मधुर सुखद संबंधों के धरण।
स्वास्थ्य-ज्योति जलाई, रोगों से जूझने की लड़ी जंग,
शांति का दिया संदेश, Copsmate के देखे अभिन्न रंग।
स्वच्छ जल, स्वच्छता, और स्वच्छ जीवन का दिया संदेश
प्रकृति को संरक्षित रखने का कार्य भी ना छोड़ा शेष।
ज्ञान का दीप जलाया हर बच्चे के मन में,
बढ़ाए रोजगार के अवसर घर घर में।
बनाया स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को सशक्त,
स्वास्थ्य सेवा खुशहाल कर गाँव किया संयक्त।
आंगनवाड़ी को संवारा, माताओं- बच्चों को दिया आधार
स्वास्थ्य सेवा खुशहाल कर गाँव को दिया प्यार।
कुछ ऐसा किया, रोटरी ने हर दिल को छुआ है,
सभी के चेहरे पर मुस्कान रहें बस ये दुआ है।
मिलकर बनाया नया इतिहास रोटरी सफर में,
मिले कई दोस्त चलते चलते इस डगर में।
विदाई की बात न करो, अब समय विदाई का नहीं,
नई मंजिल की ओर बढ़ने का है!!
नई मंजिल की ओर बढ़ने का है!!
कवियत्री रोटे. मधुबाला निकम
रोटरी क्लब ॲाफ पेण