Editor
Rtn. Shubhangi Mulay
December-2024
District Governor
Rtn. Shital Shah

माँ Back

वो माँ ही है जो धूप से बचाकर हमें छाव देती है

हर गम को छुपाकर, खुशियाँ बाट देती है

ऐसे निभाती है जिमेदारियाँ, बच्चों में जान फूंक देती है

अपना अस्तित्व भूल, मातृत्व को जिंदगी मान लेती है।

 

मेरी भी माँ ऐसी ही है,,,

सबसे सुंदर परी जैसी है

विशाल हुदय वाली है

मेरे जीवनबगिया की माली है।

 

साया बन जाती है जब अकेली होती हूँ मैं

मुस्कान बन जाती है जब अकेली में रोती हूँ मै

देवकी, यशोदा से नहीं मिली, पर कान्हा बन जाती हूँ मैं

जब भी तेरी गोद मिले चैनसे सो जाती हूँ मैं।

 

धन्य है तू माँ, तेरी कोई उपमा नहीं इस जहाँ में

चुनकर काटें हटाये, फूल बिछा दिए राह में

छूट जाए दुनिया का साथ, तू बसाये रखना निग़ाह में

एक इल्तजा छोटीसी, रहना हरदम तेरी पनाह में।

 

रो.मधुबाला निकम

रोटरी क्लब ऑफ पेण